आध्यात्मिक पंचांग - अखंड भारत पुरोहित महासभा द्वारा 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक का पंचांग
🚩🙏 श्री गणेशाय नमः! 🙏🚩
आध्यात्मिक पंचांग का महत्व भारतीय संस्कृति में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल धार्मिक आस्थाओं को संरक्षित करता है, बल्कि दैनिक जीवन में समय के महत्व को भी समझाता है। अखंड भारत पुरोहित महासभा द्वारा प्रस्तुत किया गया पंचांग, 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक के सभी महत्वपूर्ण समय, तिथियों और ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है, जो भक्तों और धार्मिक आस्थाओं के लिए अत्यंत लाभकारी है।
🚩🙏!! श्री गणेशाय नमः !! 🙏🚩
29 अक्टूबर 2025 (बुधवार):
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मास: कार्तिक
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पक्ष: शुक्ल पक्ष
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तिथि: अष्टमी रात्रि 04:50 तक
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नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा (उ.षा.) दिन 01:52 तक
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सूर्योदय: 06:25
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सूर्यास्त: 05:35
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राहु काल: 12:00 से 01:30
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आज के विशेष पर्व: गोपाष्टमी, बुधाष्टमी पर्व
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🚩🙏!! श्री गणेशाय नमः !! 🙏🚩
30 अक्टूबर 2025 (बृहस्पतिवार):
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मास: कार्तिक
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पक्ष: शुक्ल पक्ष
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तिथि: नवमी रात्रि 04:41 तक
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नक्षत्र: श्रवण दिन 02:28 तक
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सूर्योदय: 06:26
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सूर्यास्त: 05:34
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राहु काल: 01:30 से 03:00
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आज के विशेष पर्व: अक्षय नवमी व्रत
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🚩🙏!! श्री गणेशाय नमः !! 🙏🚩
31 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार):
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मास: कार्तिक
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पक्ष: शुक्ल पक्ष
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तिथि: दशमी रात्रि 04:02 तक
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नक्षत्र: धनिष्ठा दिन 02:54 तक
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सूर्योदय: 06:27
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सूर्यास्त: 05:33
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राहु काल: 10:30 से 12:00
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विशेष: पंचक (पचखा) प्रारंभ
प्रत्येक दिन विशेष समय, तिथि और नक्षत्रों के अनुसार धार्मिक कार्यों को सही समय पर करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। लाभ और अमृत समय इन तिथियों में दिन के 10:30 से 01:30 तक है, जो विशेष पूजा, ध्यान और व्रत के लिए अनुकूल है।
संपर्क सूत्र:
📞 7250437119, 8539078044
स्थान: अखंड भारत पुरोहित महासभा, मुजफ्फरपुर, बिहार (भारत)
🚩 संस्थापक: पंडित हरिशंकर पाठक 🚩
इस पंचांग को ध्यान में रखते हुए, हम सभी को आध्यात्मिक उन्नति और सकारात्मक जीवन की प्राप्ति हो। 🌸🕉️

